काली हल्दी के तांत्रिक उपाय
जाने यहाँ कैसे काली हल्दी के तांत्रिक प्रयोग कर किसी को वशीभूत किया जा सकता है | दुर्लभ वस्तुओं का प्रयोग तंत्र-मंत्र की साधना के लिए एक उपयोगी यंत्र के तौर पर सदियों से किया जाता रहा है। इन्हीं में एक है काली हल्दी। बहुचर्चित लाल किताब में लौंग, भोजपत्र, पान, सियार सिंगी, नींबू, मिर्च, नमक, शमी, हत्था जोड़ी, पाताल ककड़ी, सहदेवी, श्वेतार्क और काली हल्दी के चमत्कारी व अचूक असरकारी प्रभाव वाले प्रयोग बताए गए हैं। खास तरह की वनस्पतियों में काली हल्दी न केवल वशीकरण और सौंदर्य प्रसाधन के लिए उपयोगी है, बल्कि इससे धनागमन की संभवना बढ़ाई जा सकती है। कारोबारी बाधाएं दूर की जाती हैं, तो बीमारियों या दूसरी तरह की समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है। आईए एक नजर डालते हैं काली हल्दी के कुछ महत्वपूर्ण प्रयोगों परः-
काली हल्दी से वशीकरण : जिस किसी व्यक्ति को आप अपने वश में करना चाहते हैं उसके लिए काली हल्दी से बने तिलक का प्रयोग किया जा सकता है। तिलक तैयार करने के लिए काली हल्दी के साथ पान व हरसिंगार की जड़, श्वेतार्क, सफेद चंदन और गोरोचन को पीसकर चूर्ण तैयार किया जाता है। इस एक छोटी सी डिब्बी में संभालकर रख लें। अब आप जिस किसी स्त्री या पुरुष पर वशिकरण अर्थात उसे अपनी ओर सम्मोहित करना चाहते हैं उसके सामने काली हल्दी मिश्रित अन्य वनस्पितियों का तिलक लगाकर जाएं। तिलक का अनुकूल प्रभाव आपके पक्ष में अवश्य पड़ेगा, लेकिन ध्यान रहे आपके तिलक को सबसे पहले वही व्यक्ति देखे जिसे वशिकरण किया जाना है। कुछ समय में ही आप सामने वाले व्यक्ति के स्वाभाव में बदलाव अपने हित में देखेंगे।
काली हल्दी के तांत्रिक उपाय/प्रयोग : यह प्रयोग खासकर अपने बाॅस को खुश रखने या फिर प्रिय को अपने प्रति आकर्षित व प्रभावित करने के लिए किया जा सकता है। यह तिलक एक तरह से चंदन की तरह लगाया जाता है। इसमें कनिष्ठा अर्थात सबसे आखरी उंगली का एक बूंद रक्त मिलाने पर तिलक के प्रभाव की तीब्रता और बढ़ जाती है। इस तरह के तिलक लगाने वाला व्यक्ति दूसरों की नजर में प्रिय और अच्छा बन जाता है। काली हल्दी के साथ तुलसी को पीसकर आंवले के रस के साथ तिलक लगाने पर बिगड़ा से बिगड़ा काम बन जाता है और मनोवांछित तरक्की मिल सकती है।
काली हल्दी के टोटक: इस प्रयोग से आप अपने खोए हुए प्यार को हासिल कर सकते हैं, या फिर रूठे प्रिय को सम्मोहित कर उसे मना सकते हैं। अपने प्यार को इजहार करने के लिए भी यह तिलक महत्वपूर्ण है। यदि आपके मन में प्रिय के प्रति कोई खोट नहीं है और और आप उससे बेइंतहा प्रेम करते हैं, लेकिन प्रिय द्वारा आपके प्यार को स्वीकारा नहीं जा सका है। ऐसी स्थिति में काली हल्दी का तिलक के बनने वाला वशिकरण प्रभावशाली होगा। ध्यान रहे कि यह प्रयोग स्वार्थरहित भावना के साथ होना चाहिए। नमक और हल्दी का वशिकरण भी एक लोकप्रिय उपाय है।
यह प्रयोग व्यवसायियों के लिए भी फायदेमंद होता है। कारोबारी अनुबंध की प्राप्ति की इच्छा रखने वाले व्यक्ति चाहें कारोबार संबंधी व्यक्ति के सामने तो इसका तिलक लगाकर जा सकते हैं। इस तिलक से मनोवांछित अनुबंध मिल सकता है। कारोबार में गिरावट आने की स्थिति में शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार को पीले कपड़े में काली हल्दी के साथ 11 अभिमंत्रित गोमती चक्र, उतनी ही कौड़ियां और एक चांदी का सिक्का बांधकर 108 बार ओम नमो भगवते वासुदेव नमः का जाप कर तथा उसे धन रखने के स्थान पर रख देने से कारोबार में गतिशीलता आती है।
मशीनों से संबंधित कारोबार में मंहगी मशीनों के बार-बार खराब होने की स्थिति में काली हल्दी से किया जाने वाला टोटका अच्छा परिणाम दे सकता है। पीसी हुई काली हल्दी थोड़ी मात्रा में पीसा हुआ केसर मिला दें। उस मिश्रण को गंगा जल से मशीन पर प्रत्येक बुधवार को स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। यह प्रयोग मशीन में जल्दी खराबी नहीं आने देगा।
काली हल्दी का तिलक उस व्यक्ति के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है, जिसकी जन्म कुंडली में गुरु और शनि का प्रभाव नकारात्मकता लिए हुए है। ऐस व्यक्ति को शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार से नियमित रूप से काली हल्दी पीसकर तिलक लगाना चाहिए। इससे ग्रहों का शुभ व सकारात्मक फल देने वाला प्रभाव बनता है।
धनागमनः काली हल्दी से किया जाने वाला एक सामान्य प्रयोग धनागमन की राह में आई बाधाओं को दूर कर सकता है, या फिर इसमें अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी हो सकती है। प्रयोग के तौर पर काली हल्दी को गुरुपुष्य योग में सिंदूर में रखकर सर्वप्रथम धूप दिखाया जाता है। उसके बाद इसे लाल कपड़े में लपेटकर दो चांदी के सिक्के के साथ तिजोरी में रख दिया जाता है। यह अनूठा प्रयोग धनागमन के लिए बहुपयोगी है, जिससे कुछ दिनों में ही पैसे के आगमन में तेजी आ जाती है और यह स्थायी भी बना रहता है।
इसी तरह से यदि पैसा आता है, लेकिन टिक नहीं पाता है। यानि कि पैसा के आते ही आकस्मिक या अनावश्यक खर्च सामने आ खड़ा होता है। इसे काली हल्दी के प्रयोग से दूर किया जा सकता है। शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को एक चांदी की छोटी सी डिबिया में काली हल्दी को सिंदूर और नागकेशर के साथ रखें। उसे मां लक्ष्मी के चरणस्पर्श के बाद पैसा रखने के स्थान पर रख दें। यह आपके अनावश्यक खर्च को रोकने में सहायक साबित होगा, अर्थात धन ठहर पाएगा।
रोग नाशकः काली हल्दी से किया जाने वाला कुछ प्रयोग आपको अगर निरोगी बना सकता है, तो यह निरंतर अस्वस्थता के शिकार व्यक्ति के लिए भी असरकारी है। लंबे समय से बीमार चल रहे रोगी की स्वस्थता के लिए काली हल्दी के उपयोग का टोटका एक कारगर उपाय हो सकता है। तीन गुरुवार को गंदे हुए आंटे में भीगे चने की दाल और गुड़ के साथ पीसी हुई हल्दी मिलाकर दो पेड़े बनाएं। उसे रोगी के सिर पर से सात बार ऊतारें और गाय को खिला दें। इसका चमत्कारी लाभ तीसरे गुरुवार के बाद मिलने लगेगा। ध्यान रहे इस दौरन चिकित्सीय उपचार और दवाइयों के सेवन के साथ परहेजी आहार भी जारी रखें।
मिर्गी या पागलपन के ग्रसित व्यक्ति को काली हल्दी से ठीक या नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए अच्छे मुहूर्त में पीड़ित व्यक्ति के सामने काली हल्दी को एक कटोरी में रखकर लोहबान की धूप दिखाएं। उसके बाद हल्दी के एक टुकड़े को धागे में बांधकर या उसमें छेदकर गले में पहना देने से परेशानी दूर हो जाती है।
छोटे बच्चे को बुरी नजर से बचाने के लिए काली हल्दी को काले कपड़े में बांधकर सातबार नजर उतारने का टोटका काफी असरकारी है। नजर उतारे हुए काली हल्दी को बहते हुए जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।
सुरक्षाः घर की सुरक्षा में काली हल्दी का प्रयोग किया जा सकता है। घर के मुख्य दरवाजे पर काली हल्दी के साथ श्वेतार्क की जड़, लाल चंदन और हनुमान या काली मंदिर में हवन की विभूति के गोमूत्र के साथ बनाए लेप से स्वास्तिक बनाएं। इससे घर को अभेद्य सुरक्षा मिलती है। इस टोटके से बाहरी कुदृष्टि का असर नहीं पड़ता है।
यदि आपको काली हल्दी से वशीकरण करना है तो काली हल्दी का तिलक प्रयोग कर इसको कर सकते है | काली हल्दी के टोटक भी बहुत प्रभावशाली होते इसका असर तुरंत दिखाई देने लगता है | काली हल्दी की पहचान करनी है या ये कोनसी जगह मिलती है | यदि किसी को भी वश में करना चाहते है तो इसका प्रयोग कर सकते है | संपर्क करे तांत्रिक एक्सपर्ट से और पाए किसी भी समस्या का समाधान |